धनासरी महला ५ ॥ नेत्र पुनीत भए दरस पेखे माथै परउ रवाल ॥ रसि रसि गुण गावउ ठाकुर के मोरै हिरदै बसहु गोपाल ॥१॥ तुम तउ राखनहार दइआल ॥ सुंदर सुघर बेअंत पिता प्रभ होहु प्रभू किरपाल ॥१॥ रहाउ ॥ महा अनंद मंगल रूप तुमरे बचन अनूप रसाल ॥ हिरदै चरण सबदु सतिगुर को नानक बांधिओ पाल ॥२॥७॥३८॥
अर्थ: हे दया के घर प्रभू! तू तो (सब जीवों की) रक्षा करने में समर्थ है। तू सुंदर है, समझदार है, बेअंत है। हे पिता प्रभू! (मेरे पर भी) दयावान हो।1। रहाउ। हे सृष्टि के पालनहार! मेरे हृदय में आ बस। मैं बड़े स्वाद से तेरे गुण गाता रहूँ, मेरे माथे पर तेरी चरण-धूड़ टिकी रहे। तेरा दर्शन करके आँखें पवित्र हो जाती हैं (विकारों से हट जाती हैं)।1। हे प्रभू! तू आनंद स्वरूप है (आनंद ही आनंद; खुशी ही खुशी तेरा वजूद है)। हे प्रभू! तेरी सिफत सालाह की बाणी सुंदर है रसीली है। हे नानक! जिस मनुष्य ने सतिगुरू की बाणी पल्ले बाँध ली उसके हृदय में परमात्मा के चरण बसे रहते हैं।2।7।38।
Dhanaasaree, Fifth Mehl: My eyes have been purified, gazing upon the Blessed Vision of the Lord’s Darshan, and touching my forehead to the dust of His feet. With joy and happiness, I sing the Glorious Praises of my Lord and Master; the Lord of the World abides within my heart. ||1|| You are my Merciful Protector, Lord. O beautiful, wise, infinite Father God, be Merciful to me, God. ||1||Pause|| O Lord of supreme ecstasy and blissful form, Your Word is so beautiful, so drenched with Nectar. With the Lord’s lotus feet enshrined in his heart, Nanak has tied the Shabad, the Word of the True Guru, to the hem of his robe. ||2||7||38||
A person with the vision of sharing Hukamnama Sahib straight from Shri Golden Temple, Amritsar. He is a Post-Graduate in Mechanical Engineering. Currently, he’s serving the society by running a youtube channel @helpinair.
He especially thanks those people who support him from time to time in this religious act.