English Translation:- Dhanaasaree, Fifth Mehl, Second House, Chau-Padas: One Universal Creator God. By The Grace Of The True Guru: You shall have to abandon the straw which you have collected. These entanglements shall be of no use to you. You are in love with those things that will not go with you. You think that your enemies are friends. ||1|| In such confusion, the world has gone astray. The foolish mortal wastes this precious human life. ||Pause|| He does not like to see Truth and righteousness. He is attached to falsehood and deception; they seem sweet to him. He loves gifts, but he forgets the Giver. The wretched creature does not even think of death. ||2|| He cries for the possessions of others. He forfeits all the merits of his good deeds and religion. He does not understand the Hukam of the Lord’s Command, and so he continues coming and going in reincarnation. He sins, and then regrets and repents. ||3|| Whatever pleases You, Lord, that alone is acceptable. I am a sacrifice to Your Will. Poor Nanak is Your slave, Your humble servant. Save me, O my Lord God Master! ||4||1||22||
हिंदी में अर्थ :- हे भाई ! मूर्ख जगत (माया की) भटकना में पड़ के अभी कुराहे पड़ा हुआ है (और अपना) कीमती मनुखा जन्म गवा रहा है।रहाउ। हे भाई ! माया मे फँसे जीव वही निकम्मे काम करते रहते हैं, जिन को आखिर छोड़ के यहाँ से चले जाते हैं। वही जंजाल सहेड़ी रखते हैं, जो इन के किसी काम नहीं आते। उन के साथ मोह-प्यार बनाए रखते हैं, जो (अंत समय) में साथ नहीं जाते। उन (विकारों) को मित्र समझते रहते हैं जो (असल में आत्मिक जीवन के) वैरी हैं।1। हे भाई ! (माया मे फँसे मूर्ख मनुख को) सदा-थिर हरि-नाम सुमिरन (वाला) धर्म आँखों देखा नहीं भाता। झूठ को ठगी को मीठा जान के इन के साथ मस्त रहता है। दातार-भगवान को भुलाई रखता है, उस की दी हुई दाति इस को प्यारी लगती है। (मोह में) बेबस हुआ जीव अपनी मौत को याद नहीं करता।2। हे भाई ! (भटकना में पड़ा हुआ जीव) उस चीज के लिए दौड़ दौड़ तरले लेता है जो आखिर बिगानी हो जाणी है। अपना इनसानी फर्ज सारा ही भुला देता है। मनुख परमात्मा की रजा को नहीं समझता (जिस करके इस के लिए) जन्म मरन के गेड़ (बने रहते हैं) नित्य पाप करता रहता है, आखिर पछताता है।3। (पर, हे भगवान ! जीवों के क्या वश ?) जो तुझे अच्छा लगता है, वही हम जीवों को कबूल होता है। हे भगवान ! मैं तेरी मरजी से सदके हूँ। गरीब नानक तेरा दास है तेरा गुलाम है। हे भाई ! मेरा स्वामी-भगवान (अपने दास की लाज आप) रख लेता है।4।1।22।
A person with the vision of sharing Hukamnama Sahib straight from Shri Golden Temple, Amritsar. He is a Post-Graduate in Mechanical Engineering. Currently, he’s serving the society by running a youtube channel @helpinair.
He especially thanks those people who support him from time to time in this religious act.